इक्विटीज के मामले में लेंडर इंवेस्टमेंट का 50% से 60% अमाउंट आपको लोन के तौर पर दे सकते हैं. वहीं, बॉन्ड के मामले में यह राशि अधिक हो सकती है.
क्लोज एंडेड फंड की परफॉर्मेस पूरी तरह से फंड मैनेजर पर निर्भर करती है और इस तरह के फंड में अपनी कॉस्ट को एवरेज करने का कोई विकल्प नहीं है.